उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप जारी है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में ठंड के साथ-साथ घने कोहरे और बारिश की संभावना ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते 16 जनवरी को उत्तर भारत के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, आने वाले दिनों में मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण बढ़ेगी ठंड
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के सक्रिय होने से हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख जैसे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की संभावना है। 18 जनवरी से एक और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस दस्तक देगा, जिससे 18 से 22 जनवरी के बीच पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश और बर्फबारी हो सकती है। इसके प्रभाव से पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 21 और 22 जनवरी को बारिश की संभावना है।
उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अगले दो दिनों तक न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। इसके बाद तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि होगी।
बारिश और बर्फबारी से ठंड होगी तीव्र
मौसम विभाग के अनुसार, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे चल रहा है। हिमाचल प्रदेश में तापमान 1 से 4 डिग्री सेल्सियस के बीच है। वहीं, उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 6 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया गया है।
मैदानी इलाकों में सबसे कम तापमान राजस्थान के नागौर में 3.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। यह ठंड लोगों को कंपकंपाने के लिए काफी है।
कोहरे की चादर से ढके रहेंगे कई राज्य
घने कोहरे का प्रकोप भी कई राज्यों में देखने को मिलेगा। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, और उत्तर प्रदेश में 16 और 17 जनवरी को घने से बहुत घने कोहरे का अनुमान है। पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में भी कोहरा छाए रहने की संभावना है। असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 17 से 20 जनवरी के बीच घना कोहरा देखा जा सकता है।
तापमान में बदलाव की संभावना
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि उत्तर भारत में 16 और 17 जनवरी को न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट होगी। हालांकि, 18 जनवरी के बाद तापमान में 2-4 डिग्री की वृद्धि हो सकती है। वहीं, गुजरात में अगले तीन दिनों में तापमान में 2-3 डिग्री की बढ़ोतरी की संभावना है।
बारिश और ठंड से प्रभावित हो रही दैनिक गतिविधियां
बारिश और ठंड के कारण उत्तर भारत के राज्यों में दैनिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं। घने कोहरे के कारण सड़क यातायात में बाधा आ रही है। ट्रेनों की गति भी धीमी हो गई है, जिससे यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। स्कूलों में उपस्थिति कम हो रही है और लोग ठंड से बचने के लिए घरों में ही रहना पसंद कर रहे हैं।
मौसम के बदलते रुख पर नजर
विशेषज्ञों का कहना है कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का यह प्रभाव अगले कुछ दिनों तक बना रहेगा। बर्फबारी और बारिश के चलते पहाड़ी इलाकों में पर्यटकों की संख्या में कमी आ सकती है। वहीं, मैदानी इलाकों में ठंड का प्रकोप लोगों की समस्याओं को और बढ़ा सकता है।