उत्तर प्रदेश में हाल ही में शीतलहर और सर्दी के प्रकोप को देखते हुए जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। 18 जनवरी से शुरू हुई छुट्टियों के बाद, अब आठवीं तक के स्कूलों की छुट्टियों को दो और दिन बढ़ा दिया गया है। इस फैसले के तहत, सभी सरकारी, निजी, सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के विद्यालय 20 जनवरी से फिर से खुलेंगे, क्योंकि 19 जनवरी को रविवार है।
सर्दी के कारण बढ़ी छुट्टियां
जिलाधिकारी ने सर्दी और शीतलहर के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए स्कूलों की छुट्टियों को बढ़ाने का निर्णय लिया है। 18 जनवरी को पहले से घोषित छुट्टियों के बाद, 20 जनवरी से स्कूलों का संचालन फिर से शुरू होगा। जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने कहा कि, “कोहरे और सर्द हवाओं के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, जिससे यह निर्णय लिया गया है कि आठवीं तक के विद्यालयों में छुट्टियों को बढ़ाया जाए।”
इस आदेश के तहत, सभी स्कूलों को यह निर्देश दिया गया है कि वे अपनी-अपनी स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं चलाने का विकल्प रखें, ताकि बच्चों की पढ़ाई में कोई रुकावट न आए। साथ ही, विद्यालय प्रबंधन को यह भी कहा गया है कि वे स्कूलों की छुट्टियों के बारे में अभिभावकों को समय पर सूचित करें, ताकि किसी प्रकार की असमंजस की स्थिति उत्पन्न न हो।
शीतलहर और सर्दी का प्रभाव
उत्तर प्रदेश में सर्दी और शीतलहर का असर इन दिनों काफी बढ़ चुका है, खासकर उत्तर और पश्चिमी क्षेत्रों में। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में सर्दी और बढ़ सकती है। 17 जनवरी को भारी बारिश के बाद 18 जनवरी को घना कोहरा छाया था, हालांकि दिन के समय कुछ राहत के लिए धूप भी निकली थी। मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों में सुबह के समय कोहरा और बढ़ सकता है, और तापमान में कुछ वृद्धि हो सकती है।
ऐसी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, जिलाधिकारी ने यह फैसला लिया है कि स्कूलों को 20 जनवरी से फिर से खोला जाएगा। इस फैसले का उद्देश्य विद्यार्थियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना है।
विद्यालयों को दिए गए निर्देश
जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने यह भी निर्देश दिया कि सभी स्कूलों को इस दौरान ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने का विकल्प प्रदान किया जाए। शिक्षक अपनी कक्षाएं ऑनलाइन चला सकते हैं, ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई में कोई विघ्न न आए। इसके अलावा, यदि कोई स्कूल अवकाश के बावजूद खुलता है, तो इस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे अवकाश और स्कूलों की फिर से खोलने की तिथि के बारे में अभिभावकों को सूचित करें, ताकि सभी को सही जानकारी मिल सके और कोई भ्रम न हो।
अधिकारियों का बयान
इस मामले पर जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने कहा, “हमारी प्राथमिकता बच्चों का स्वास्थ्य है। सर्दी और शीतलहर के प्रभाव को देखते हुए हमने यह निर्णय लिया है ताकि बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर न पड़े।” उनका कहना था कि इस तरह के फैसले बच्चों की सेहत और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए जरूरी हैं। अधिकारियों का यह मानना है कि बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना हर समय सबसे महत्वपूर्ण है।
न्यूनतम और अधिकतम तापमान का असर
मौसम विभाग के अनुसार, पहाड़ों में हो रही बर्फबारी की वजह से उत्तर प्रदेश में सर्द हवाएं चल रही हैं, जिससे सर्दी बढ़ी है। हालांकि, तापमान में थोड़ी सी वृद्धि हो सकती है, लेकिन सर्दी के कारण स्कूलों के समय में बदलाव की आवश्यकता महसूस की गई। उत्तर प्रदेश में शीतलहर और बढ़ती सर्दी को देखते हुए जिलाधिकारी का यह निर्णय विद्यार्थियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
स्कूलों के संचालन को लेकर निर्देश
जिलाधिकारी ने सभी विद्यालयों को निर्देश दिया है कि वे स्कूल खोलने की तिथि और अवकाश के बारे में अभिभावकों को सूचित करें। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी स्कूलों में बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जाए और उनकी पढ़ाई में कोई रुकावट न हो। स्कूलों के अवकाश को बढ़ाने और ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन का यह निर्णय बच्चों की शिक्षा को बिना किसी विघ्न के जारी रखने के लिए लिया गया है।