उत्तर भारत में इस समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जिससे लोगों का हाल बेहाल है। घने कोहरे ने न सिर्फ यातायात को प्रभावित किया है, बल्कि हवाई उड़ानों में भी बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं। इसके साथ ही बारिश के कारण तापमान में गिरावट आई है। मौसम विभाग की ओर से आगामी दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से कई राज्यों में और भी बारिश की संभावना जताई गई है, जिसके कारण मौसम में और बदलाव हो सकते हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इन बदलते मौसम की स्थितियों के बारे में अलर्ट जारी किया है।
आईएमडी के अनुसार, उत्तरी पाकिस्तान के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन के रूप में पश्चिमी विक्षोभ स्थित है, जबकि एक अन्य साइक्लोनिक सर्कुलेशन दक्षिण हरियाणा पर बना हुआ है। इन दोनों सर्कुलेशन्स के प्रभाव से 16 जनवरी को कई राज्यों में बारिश हुई। अब मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 18 जनवरी से एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिम भारत को प्रभावित करने की संभावना है, और 22 जनवरी से एक और विक्षोभ सक्रिय होगा। इसके प्रभाव से 18 से 22 जनवरी के बीच पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में छिटपुट बारिश और बर्फबारी हो सकती है। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और राजस्थान में 21-22 जनवरी को तेज गरज के साथ बारिश की संभावना जताई जा रही है।
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पूर्व अरब सागर में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय है, जिसके प्रभाव से तमिलनाडु और पुडुचेरी में 18 से 20 जनवरी तक और केरल में 19-20 जनवरी को मध्यम से लेकर भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में तेज गरज के साथ बिजली गिरने का भी अनुमान है। इसके अलावा, निकोबार द्वीप समूह में 16 जनवरी को भारी बारिश दर्ज की गई।
जानिए कहां कितना रहेगा तापमान?
इस समय देश के मैदानी इलाकों में सबसे कम न्यूनतम तापमान राजस्थान के नागौर में 3.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान जीरो डिग्री सेल्सियस से भी नीचे है। हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान 1-4 डिग्री सेल्सियस के बीच है। उत्तर-पश्चिम भारत में 15 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारत में अगले दो दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है। वहीं, गुजरात क्षेत्र में अगले तीन दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि, मध्य और पूर्वी भारत और महाराष्ट्र क्षेत्र में अगले पांच दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा।
घने कोहरे का अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने उत्तर-पश्चिम भारत में अगले दो दिनों तक घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति की संभावना जताई है। विशेषकर उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 17 से 20 जनवरी के बीच रात और सुबह के समय घना कोहरा छा सकता है। उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और ओडिशा में 18 जनवरी तक, जबकि मध्य प्रदेश में 19 जनवरी तक घनी धुंध छाने की संभावना है। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में कोल्ड वेव की स्थिति बनने का भी अनुमान है, जिससे ठंड और बढ़ सकती है।
मौसम में बदलाव और आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
आने वाले दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के अलावा, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम में और बदलाव होने की संभावना है। इसका सीधा असर उत्तर-पश्चिमी भारत के कई राज्यों पर पड़ेगा, जिसमें बारिश और बर्फबारी की संभावना है। इन परिस्थितियों से जनजीवन प्रभावित हो सकता है, और यातायात में भी रुकावटें आ सकती हैं। इसलिए, मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां भारी बारिश और कोहरा होने की संभावना है।