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दिल्ली से कुछ घंटे दूर चकराता में जमकर हुई बर्फबारी! घूमने का सही मौका, आप भी निकल पड़िए

बर्फ से ढकी पहाड़ियों और झरनों के बीच का अनुभव आपके हर सपने से खूबसूरत है। देहरादून से मात्र 98 किमी दूर, चकराता की यह ट्रिप आपको ऐसा सुकून देगी जो हर टेंशन भुला दे। जानिए क्यों यह जगह बर्फबारी के शौकीनों की पहली पसंद है!

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अगर आप भी पिछले साल से किसी हिल स्टेशन पर जाकर स्नोफॉल का मजा लेने का सपना देख रहे थे, तो यह मौका चूकने का नहीं है। उत्तराखंड के खूबसूरत हिल स्टेशन चकराता (Chakrata) में हाल ही में ताज़ा बर्फबारी हुई है। सोशल मीडिया पर चकराता की बर्फ से ढकी वादियों की तस्वीरें तेज़ी से वायरल हो रही हैं, जहां टूरिस्ट्स बर्फ के बीच मस्ती करते नजर आ रहे हैं। सर्दियों का मौसम धीरे-धीरे अलविदा कहने को है, ऐसे में अगर आप इस अद्भुत नज़ारे का अनुभव करना चाहते हैं, तो तुरंत अपनी ट्रिप प्लान करें। आइए जानते हैं चकराता की खासियत और यहां घूमने के प्रमुख स्थानों के बारे में।

चकराता, शांत माहौल और अद्भुत प्राकृतिक नजारे

चकराता उत्तराखंड का एक ऐसा हिल स्टेशन है, जो अपने शांत और प्रदूषण रहित वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। यह जगह नेचर लवर्स और एडवेंचर के शौकीनों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है। बर्फ से ढके सुंदर पहाड़, घने जंगल, और यहां की अनूठी शांति इसे टूरिस्ट्स के बीच खास बनाती है। इन दिनों यहां का तापमान काफी ठंडा है और लगातार बर्फबारी हो रही है। अगर आप यहां घूमने का प्लान कर रहे हैं, तो गर्म कपड़ों के साथ मौसम के हिसाब से पैकिंग जरूर करें।

टाइगर फॉल्स, ट्रैकिंग के साथ झरने का आनंद

चकराता में टाइगर फॉल्स एक प्रमुख आकर्षण है। यह झरना उत्तराखंड के सबसे ऊंचे झरनों में से एक है और यहां तक पहुंचने के लिए आपको एक रोमांचक ट्रैकिंग करनी पड़ती है। घने जंगलों और सुंदर पहाड़ियों के बीच से गुजरते हुए यह सफर जितना रोमांचक है, उतना ही मनमोहक भी। झरने की ऊंचाई लगभग 312 फीट है, और गिरते हुए पानी की धारा को देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाता है।

चिरमिरी टॉप: बर्फ की सफेद चादर में ढकी चोटी

चिरमिरी टॉप चकराता की सबसे ऊंची चोटी है और सर्दियों में यह बर्फ की सफेद चादर से ढकी होती है। यहां से पूरे चकराता का विहंगम दृश्य देखा जा सकता है। ट्रैकिंग के जरिए इस जगह तक पहुंचा जा सकता है। यह स्थान उन लोगों के लिए खास है, जो प्रकृति की गोद में कुछ समय बिताना चाहते हैं। यहां ट्रैकिंग हमेशा ग्रुप में करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि रास्ते कुछ जगहों पर मुश्किल हो सकते हैं।

रहने और खाने के विकल्प

चकराता में रहने के लिए आपको कई विकल्प मिलेंगे। यहां बजट होटल, रिज़ॉर्ट और गेस्ट हाउस उपलब्ध हैं। आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से बुकिंग कर सकते हैं। हालांकि, ऑनलाइन बुकिंग से पहले संबंधित वेबसाइट की प्रामाणिकता चेक करना जरूरी है। ऑफलाइन बुकिंग के दौरान मोलभाव करने का मौका भी मिलता है।

चकराता आने से पहले ध्यान देने योग्य बातें

चकराता में सर्दियों के दौरान ठंड काफी ज्यादा होती है, इसलिए पर्याप्त गर्म कपड़े लेकर आएं। छाता और फर्स्ट एड किट अपने बैग में जरूर रखें। अगर आप किसी स्वास्थ्य समस्या से ग्रस्त हैं, तो अपनी दवाइयां साथ लाना न भूलें। इसके अलावा, यहां की स्थानीय संस्कृति और परंपराओं का सम्मान करें और किसी भी प्रकार की गंदगी न फैलाएं।

चकराता आने से पहले मौसम की जानकारी अवश्य ले लें, ताकि आपकी ट्रिप परेशानी मुक्त हो सके।

चकराता तक कैसे पहुंचे?

चकराता उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से लगभग 98 किमी दूर स्थित है। यहां का अपना एयरपोर्ट नहीं है, इसलिए सबसे नजदीकी जॉली ग्रांट एयरपोर्ट (Dehradun Airport) पर उतरना होगा। एयरपोर्ट से चकराता तक पहुंचने के लिए टैक्सी या बस की सुविधा उपलब्ध है।

अगर आप ट्रेन से यात्रा करना चाहते हैं, तो चकराता के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन देहरादून रेलवे स्टेशन है। यह स्टेशन भारत के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। देहरादून से चकराता की दूरी लगभग 87 किमी है और यहां से आसानी से टैक्सियां और बसें उपलब्ध हैं।

सड़क मार्ग से चकराता जाने के लिए दिल्ली के आईएसबीटी कश्मीरी गेट से बसें ली जा सकती हैं।

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