उत्तर बिहार में कड़ाके की ठंड ने लोगों का जीवन मुश्किल कर दिया है। तापमान में लगातार गिरावट के कारण कई जिलों में प्रशासन ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। इसी क्रम में, बेगूसराय के जिलाधिकारी तुषार सिंगला ने एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है। इस आदेश के तहत कक्षा 1 से 8 तक के सभी सरकारी और निजी स्कूल, प्री-स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों को 15 जनवरी 2025 तक के लिए बंद कर दिया गया है।
ठंड के कारण लिया गया यह अहम फैसला
बेगूसराय जिला प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए यह निर्णय लिया है। डीएम तुषार सिंगला ने बताया कि सुबह और शाम के समय ठंड का प्रकोप अत्यधिक बढ़ गया है। यह स्थिति बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। इससे पहले कक्षा 1 से 8 तक के शैक्षणिक संस्थानों को 11 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया गया था, लेकिन ठंड के हालात को देखते हुए इस अवधि को 15 जनवरी तक बढ़ा दिया गया है।
आदेश का विस्तार और स्वास्थ्य सुरक्षा की प्राथमिकता
जिलाधिकारी द्वारा भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता-2023 की धारा-163 के तहत यह आदेश जारी किया गया है। डीएम ने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य और जीवन को सुरक्षित रखने के लिए यह कदम जरूरी है। इस दौरान, कक्षा 8 से ऊपर के छात्रों के लिए शैक्षणिक गतिविधियां सुबह 9 बजे से दोपहर 3:30 बजे के बीच संचालित की जा सकती हैं, लेकिन पर्याप्त सावधानी बरतनी होगी।
आदेश में स्पष्ट किया गया है कि प्रशासन लगातार स्थिति की निगरानी कर रहा है और मौसम के अनुसार इस निर्णय में संशोधन भी किया जा सकता है। छात्रों और अभिभावकों से अपील की गई है कि वे मौसम को ध्यान में रखते हुए अपनी योजना बनाएं।
शिक्षा पर प्रभाव और प्रशासन का रुख
प्रशासन ने यह कदम बच्चों की सेहत को प्राथमिकता देने के लिए उठाया है। ठंड के चलते स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधियों को रोकना छात्रों के स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा के लिए एक प्रभावी निर्णय है। यह सुनिश्चित किया गया है कि कक्षा 8 से ऊपर के छात्रों की पढ़ाई पर कम से कम प्रभाव पड़े, लेकिन इसमें भी सावधानी अनिवार्य होगी।
क्यों जरूरी है यह कदम?
उत्तर बिहार में सर्दी का कहर दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। सुबह और शाम के समय तापमान में तेजी से गिरावट देखी जा रही है। इस स्थिति में बच्चों के बीमार पड़ने की संभावना अधिक होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने प्राथमिक कक्षाओं को बंद करने का निर्णय लिया है। यह न केवल स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए बल्कि अभिभावकों के लिए भी राहत का कदम है।
प्रशासन का संदेश
जिला प्रशासन ने सभी अभिभावकों और शिक्षकों से अपील की है कि वे मौसम के अनुसार बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित करें। यदि स्कूल जाना अनिवार्य है, तो पर्याप्त गर्म कपड़े पहनें और सावधानी बरतें।