मौसम का मिजाज एक बार फिर से बिगड़ गया है। बरेली समेत पूरे मंडल में मंगलवार रात से घना कोहरा छाने लगा, जिससे बुधवार सुबह दृश्यता शून्य हो गई। सर्द हवाओं के चलते गलन और बढ़ गई है। मौसम विभाग ने कोहरे के कारण अगले दो दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ठंड और कोहरे के इस प्रभाव ने सामान्य जीवन को प्रभावित किया है और स्कूली छात्रों की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने कई अहम कदम उठाए हैं।
बरेली में स्कूलों में अवकाश घोषित
बरेली जिले में भीषण ठंड और घने कोहरे के कारण डीएम रविंद्र कुमार ने कक्षा एक से आठ तक के सभी सरकारी, निजी और परिषदीय स्कूलों में बुधवार को अवकाश घोषित किया। सभी बोर्ड से संबद्ध स्कूलों को आदेश का पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। छात्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए यह कदम उठाया गया है।
बदायूं में दो दिनों तक स्कूल रहेंगे बंद
बदायूं जिले में कड़ाके की ठंड को देखते हुए डीएम निधि श्रीवास्तव ने कक्षा आठ तक के सभी स्कूलों को 15 और 16 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया है। बीएसए वीरेंद्र पाल सिंह ने इस आदेश की पुष्टि की और कहा कि सरकारी और निजी दोनों ही प्रकार के स्कूलों में अवकाश रहेगा। 14 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश के बाद 15 जनवरी को स्कूल खुलने थे, लेकिन अत्यधिक ठंड और कोहरे के कारण यह निर्णय लिया गया।
शाहजहांपुर में 16 जनवरी तक स्कूल बंद
शाहजहांपुर में भी डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने ठंड और कोहरे की स्थिति को देखते हुए आठवीं तक के स्कूलों को 16 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया है। इसके अतिरिक्त, कक्षा नौ से 12वीं तक के छात्रों के लिए कक्षाएं ऑनलाइन चलाने या सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक स्कूल खोलने का निर्देश दिया गया है। यह कदम छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
घने कोहरे और ठंड का असर
पूरे मंडल में मंगलवार रात से ही घने कोहरे का प्रकोप है। बुधवार सुबह दृश्यता शून्य होने के कारण सड़क और रेल यातायात भी प्रभावित हुआ। सर्द हवाओं के चलते गलन और बढ़ गई है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक कोहरे और ठंड से राहत की कोई संभावना नहीं जताई है।
प्रशासन ने ठंड से बचाव के दिए निर्देश
प्रशासन ने ठंड और कोहरे के मद्देनजर जनसामान्य को सावधानी बरतने की सलाह दी है। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष रूप से ठंड से बचाने के उपाय करने पर जोर दिया गया है। स्कूलों में अवकाश के साथ-साथ अन्य सार्वजनिक स्थानों पर ठंड से बचाव के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।