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Delhi Nursery Admission 2025: प्राइवेट स्कूलों में पहली लिस्ट जारी, जानें कैसे चेक करें

उत्तर प्रदेश में बढ़ती ठंड और शीतलहर के चलते आठवीं तक के स्कूल बंद। जानें ऑनलाइन पढ़ाई के विकल्प, मौसम विभाग का पूर्वानुमान और बदलते मौसम का असर!

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Delhi Nursery Admission 2025: प्राइवेट स्कूलों में पहली लिस्ट जारी, जानें कैसे चेक करें

उत्तर प्रदेश में शीतलहर और ठंड के बढ़ते प्रकोप ने आम जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। इसी के मद्देनज़र जिलाधिकारी ने सभी आठवीं कक्षा तक के स्कूलों में अवकाश बढ़ाने का आदेश दिया है। यह आदेश राज्य के सभी सरकारी, निजी, सीबीएसई, आईसीएसई और माध्यमिक बोर्ड के विद्यालयों पर लागू होगा। अब स्कूल 18 जनवरी 2025 तक बंद रहेंगे, और चूंकि 19 जनवरी को रविवार है, स्कूल 20 जनवरी से फिर से खुलेंगे।

ऑनलाइन कक्षाओं को मिली हरी झंडी

ठंड के चलते पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए शिक्षा विभाग ने स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने की अनुमति दी है। यह व्यवस्था विशेष रूप से उन छात्रों के लिए बनाई गई है, जो ठंड के कारण विद्यालय आने में असमर्थ हैं। शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे स्कूल प्रबंधन के निर्देशों के अनुसार कार्य करें और छात्रों की पढ़ाई सुनिश्चित करें।

अभिभावकों को सूचना देने के निर्देश

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जितेंद्र कुमार गोड ने कहा है कि सभी विद्यालयों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि अवकाश की जानकारी समय पर अभिभावकों तक पहुंचे। साथ ही, यदि किसी विद्यालय को खुले हुए पाया गया, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग इस विषय पर पूरी सतर्कता बरत रहा है और आदेश का पालन सुनिश्चित कर रहा है।

बदलते मौसम का असर

उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से शीतलहर के कारण ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। हाल ही में हुई बारिश और घने कोहरे ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। शुक्रवार सुबह घना कोहरा छाया रहा, हालांकि दोपहर में धूप निकलने से थोड़ी राहत मिली। लेकिन सर्द हवाओं ने गलन को और बढ़ा दिया।

मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक कोहरे और ठंड से राहत की संभावना कम है। मौसम वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि सुबह के समय घना कोहरा और न्यूनतम तापमान में गिरावट जारी रहेगी।

तापमान और बारिश के आंकड़े

मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को अधिकतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.3 डिग्री कम है। न्यूनतम तापमान 8.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जो 0.3 डिग्री कम है। इसके अलावा, पिछले 24 घंटों में 2.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जिससे ठंड और अधिक बढ़ गई है।

विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में साफ नजर आ रहा है। सर्द हवाएं पहाड़ों से होकर मैदानी इलाकों में पहुंच रही हैं, जिससे गलन अधिक हो रही है।

आगे क्या कहता है मौसम विभाग?

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में सुबह के समय घना कोहरा छाया रहेगा। ठंड का यह दौर फिलहाल थमने वाला नहीं है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे अत्यधिक ठंड से बचाव के लिए एहतियाती कदम उठाएं।

ठंड का जनजीवन पर असर

शीतलहर के चलते न केवल स्कूलों में छुट्टियां बढ़ाई गई हैं, बल्कि आम जनजीवन भी प्रभावित हुआ है। बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है और सुबह-शाम लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। ठंड के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी बढ़ रही हैं।

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