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Schools Closed: दिल्ली-NCR में बढ़ी स्कूलों की छुट्टी? छुट्टियां बढ़ाने की ये है बड़ी वजह! अब कब खुलेंगे स्कूल देखें

बढ़ती ठंड और प्रशासन के फैसले: बच्चों की सेहत और शिक्षा के बीच संतुलन की चुनौती, जानिए कब तक रहेंगे स्कूल बंद।

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Schools Closed: दिल्ली-NCR में बढ़ी स्कूलों की छुट्टी? छुट्टियां बढ़ाने की ये है बड़ी वजह! अब कब खुलेंगे स्कूल देखें

नए साल की शुरुआत के साथ ही उत्तर भारत के कई राज्यों में मौसम ने करवट ली है। ठंडी हवाओं और घने कोहरे ने दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान को अपने शिकंजे में ले लिया है। इन हालातों के चलते गाजियाबाद और नोएडा जैसे शहरों में स्कूलों के संचालन पर गहरा प्रभाव पड़ा है।

गाजियाबाद में बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने 1 जनवरी से 18 जनवरी तक सभी स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया है। हालांकि, स्कूल स्टाफ के लिए छुट्टियां नहीं हैं, और उन्हें अपनी उपस्थिति देनी होगी।

गाजियाबाद: ऑनलाइन माध्यम बना विकल्प

स्कूल बंद होने के बावजूद, छात्रों के शैक्षणिक नुकसान को कम करने के लिए गाजियाबाद और नोएडा के कई स्कूलों ने ऑनलाइन माध्यम से कक्षाएं संचालित करने का फैसला किया है। इससे बच्चों का सिलेबस समय पर पूरा हो सकेगा। गाजियाबाद में प्रशासन ने 20 जनवरी 2025 से स्कूल खोलने की संभावना जताई है, लेकिन इस पर अंतिम निर्णय मौसम की स्थिति को ध्यान में रखकर लिया जाएगा।

दिल्ली में 15 जनवरी तक विंटर वेकेशन

वहीं, दिल्ली सरकार ने राजधानी के सभी सरकारी और निजी स्कूलों के लिए 1 जनवरी से 15 जनवरी तक विंटर वेकेशन की घोषणा की थी। हालांकि, 16 जनवरी से स्कूल खोलने की उम्मीद की जा रही है। लेकिन दिल्ली-एनसीआर में जारी घने कोहरे और शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए स्कूलों की छुट्टियों को और आगे बढ़ाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

बच्चों की सेहत प्राथमिकता

प्रशासन और अभिभावक दोनों ही इस बात पर सहमत हैं कि बच्चों की सेहत और सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। ऐसे में ठंड और कोहरे के चलते बच्चों को स्कूल भेजना जोखिम भरा साबित हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इन परिस्थितियों में बच्चों को घर पर ही सुरक्षित रखना एक समझदारी भरा कदम है।

मौसम के मिजाज पर टिकी निगाहें

दिल्ली-एनसीआर में मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में ठंड और कोहरे की स्थिति में और बढ़ोतरी की संभावना जताई है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन आगे क्या कदम उठाता है।

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