राजस्थान सरकार ने बेटियों की शिक्षा और उनके सशक्तिकरण के लिए एक विशेष योजना शुरू की है, जिसे लाड़ो प्रोत्साहन योजना (Lado Protsahan Yojana) के नाम से जाना जाता है। इस योजना का उद्देश्य राज्य के गरीब और पिछड़े वर्ग की बेटियों को शिक्षा में आर्थिक मदद प्रदान करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के तहत राज्य सरकार 1 लाख रुपये तक की सहायता राशि देती है। यह पहल न केवल आर्थिक मदद देती है, बल्कि बेटियों के प्रति समाज की सोच को बदलने में भी सहायक है।
योजना का लाभ किसे मिलेगा?
लाड़ो प्रोत्साहन योजना का लाभ राजस्थान राज्य की उन बेटियों को मिलेगा जो एससी (SC), एसटी (ST) और ईडब्ल्यूएस (EWS) श्रेणी से आती हैं। यह योजना केवल गरीब परिवारों के लिए है। योजना का लाभ उठाने के लिए लड़की के जन्म के समय ही आवेदन करना आवश्यक है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि बच्ची की शिक्षा और भविष्य सुरक्षित हो। योजना का उद्देश्य है कि कोई भी बेटी केवल आर्थिक कठिनाइयों के कारण शिक्षा से वंचित न रहे।
आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज़
इस योजना के तहत आवेदन करने के लिए कुछ आवश्यक दस्तावेज़ों की जरूरत होती है। माता या पिता का आधार कार्ड, परिवार का राशन कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, परिवार की आय प्रमाण पत्र, और वोटर आईडी कार्ड योजना के लिए आवेदन करने में जरूरी हैं। इन दस्तावेज़ों के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाता है कि लाभ सही व्यक्ति को ही मिले।
आर्थिक सहायता का वितरण
लाड़ो प्रोत्साहन योजना में बेटियों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता किश्तों में प्रदान की जाती है। यह मदद जन्म से लेकर शिक्षा के हर महत्वपूर्ण पड़ाव तक मिलती है। जब बेटी का जन्म होता है, तब पहली किस्त के रूप में 2,500 रुपये दिए जाते हैं। इसके बाद, जब बेटी 1 वर्ष की उम्र पूरी करती है, तो 2,500 रुपये की दूसरी किस्त दी जाती है।
बेटी के प्रथम कक्षा में प्रवेश करने पर उसे 4,000 रुपये मिलते हैं। फिर, छठी कक्षा में प्रवेश के समय 5,000 रुपये दिए जाते हैं। दसवीं कक्षा में प्रवेश करते समय 11,000 रुपये की सहायता राशि मिलती है। जब बेटी बारहवीं कक्षा में पहुंचती है, तो उसे 25,000 रुपये की राशि प्रदान की जाती है। अंत में, जब बेटी कॉलेज की पढ़ाई पूरी करती है या 21 वर्ष की आयु पूरी कर लेती है, तब उसे 50,000 रुपये की अंतिम किस्त दी जाती है। इस तरह, कुल सहायता राशि 1 लाख रुपये तक पहुंच जाती है।
आवेदन प्रक्रिया
लाड़ो प्रोत्साहन योजना में आवेदन की प्रक्रिया बेहद आसान है। सबसे पहले, नजदीकी जन सेवा केंद्र (CSC) में जाकर योजना के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करनी होगी। इस योजना के लिए अभी तक ऑनलाइन आवेदन की सुविधा उपलब्ध नहीं है, इसलिए आवेदन केवल व्यक्तिगत रूप से किया जा सकता है।
जन सेवा केंद्र पर आवेदन फार्म उपलब्ध होता है। इसे ध्यानपूर्वक भरकर और सभी आवश्यक दस्तावेज़ों की फोटोकॉपी के साथ जमा करना होता है। आवेदन जमा करने के बाद, संबंधित अधिकारी आवेदन की जांच करते हैं। अगर आवेदन सही पाया जाता है, तो योजना के तहत मिलने वाली राशि सीधे लाभार्थी के खाते में जमा कर दी जाती है।
योजना का उद्देश्य और महत्व
लाड़ो प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य बेटियों को आर्थिक सहायता प्रदान करके उनके शिक्षा स्तर को सुधारना और उन्हें सशक्त बनाना है। यह योजना गरीब परिवारों के लिए एक बड़ी राहत है, क्योंकि यह उनकी बेटियों की शिक्षा को सुनिश्चित करती है। इसके अलावा, यह पहल समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच विकसित करने में भी मदद करती है।
राजस्थान सरकार की यह योजना गरीब और पिछड़े वर्ग के लिए एक बड़ा कदम है। इससे न केवल बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा मिलता है, बल्कि उनके आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता में भी बढ़ोतरी होती है। यह योजना अन्य राज्यों के लिए भी एक प्रेरणा बन सकती है।