अजमेर जिले में शीतलहर और अत्यधिक ठंड के कारण 17 और 18 जनवरी 2025 को प्री-प्राइमरी से आठवीं कक्षा तक के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है। यह निर्णय जिला कलक्टर लोकबंधु द्वारा लिया गया, जिन्होंने मौसम विभाग के पूर्वानुमान के आधार पर यह आदेश जारी किया। उन्होंने बताया कि इस अवधि में तापमान में भारी गिरावट होने की संभावना है, जिसके चलते छात्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है।
स्कूलों में अवकाश का विवरण
यह अवकाश केवल प्री-प्राइमरी से लेकर आठवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए लागू रहेगा। इसके तहत, छात्रों को शीतलहर और ठंड से बचाने के लिए उन्हें घर पर रहने की अनुमति दी जाएगी। हालांकि, इस अवधि में शिक्षण स्टाफ को स्कूल में उपस्थित रहकर अपने कार्यों का पालन करना होगा। वहीं, नवीं से बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल सुबह 10 बजे से संचालित होंगे। यह निर्णय छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए लिया गया है, ताकि वे शीतलहर और अत्यधिक ठंड से प्रभावित न हों।
शीतलहर और तापमान में गिरावट
अजमेर में गुरुवार, 16 जनवरी 2025 को शीतलहर के प्रभाव के कारण तापमान में बड़ी गिरावट देखी गई। जिले का न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जबकि अधिकतम तापमान 21.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ठंड के प्रभाव से लोग दिन के समय भी गलन का सामना कर रहे थे। मौसम विभाग ने अगले दो-तीन दिनों के लिए येलो अलर्ट (Yellow alert for cold wave) जारी किया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि ठंड और शीतलहर की स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
कोहरे और बारिश का अनुमान
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 20 और 21 जनवरी 2025 के बीच अजमेर और आसपास के इलाकों में घना कोहरा छाने और हल्की बारिश होने की संभावना है। इससे ठंड और बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में प्रशासन ने लोगों को घर में रहने और ठंड से बचने के उपायों का पालन करने की सलाह दी है। कोहरे के दौरान यात्रा करते समय विशेष सावधानी बरतने की भी अपील की गई है।
प्रशासन की तैयारी और कदम
शीतलहर के प्रभाव से अजमेर और आसपास के इलाकों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। जिले के प्रशासन ने ठंड से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। इन कदमों में स्कूलों में अवकाश घोषित करना, नवीं से बारहवीं कक्षा के लिए समय में बदलाव करना, सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाना और असहाय लोगों को सहायता प्रदान करना शामिल है। इसके अलावा, शीतलहर से प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए जिला प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं।
ठंड से बचने के उपाय
विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड और शीतलहर से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनने, गर्म पेय पदार्थों का सेवन करने और बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी गई है। मौसम की गंभीरता को देखते हुए, लोग सुबह और देर शाम बाहर निकलने से बचें। साथ ही, कोहरे के दौरान वाहन चलाते समय विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। यह सुझाव ठंड से बचाव के लिए महत्वपूर्ण हैं और इनका पालन करके आप अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।
निजी और सरकारी स्कूलों के फैसले में अंतर
जहां सरकारी स्कूलों में छुट्टियां घोषित की गई हैं, वहीं निजी स्कूलों के प्रबंधन पर इस आदेश का पालन कराने की जिम्मेदारी छोड़ दी गई है। हालांकि, सरकारी स्कूलों में छात्रों के लिए स्पष्ट निर्देश हैं और इस पर कोई विवाद नहीं है। निजी स्कूलों को भी इस आदेश का पालन सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन से सहयोग प्राप्त करना होगा।
छात्रों की सुरक्षा सबसे अहम
अजमेर जिले में शीतलहर और अत्यधिक ठंड को देखते हुए, प्रशासन का यह कदम छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए उठाया गया है। जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि छात्रों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, और वे शीतलहर के प्रभाव से सुरक्षित रह सकें। साथ ही, प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि शिक्षण स्टाफ अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए स्कूल की व्यवस्थाओं को बनाए रखे, ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में उचित कदम उठाए जा सकें।