पंजाब के मानसा जिले में 18 जनवरी 2025 को जवाहर नवोदय विद्यालय में कक्षा 6 के विद्यार्थियों के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। जिला प्रशासन द्वारा यह परीक्षा सुनिश्चित की गई है ताकि मेधावी छात्र-छात्राओं को सरकारी स्कूलों में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिल सके। इस परीक्षा के सिलसिले में जिला मजिस्ट्रेट कुलवंत सिंह ने सभी सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए एक दिन की छुट्टी घोषित की है। हालांकि, स्कूलों के स्टाफ को परीक्षा के आयोजन में सहायता करने के लिए स्कूल में उपस्थित रहना होगा।
परीक्षा के लिए निर्धारित केंद्र
जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश परीक्षा के लिए मानसा जिले के विभिन्न सरकारी स्कूलों को परीक्षा केंद्र के रूप में चुना गया है। इन केंद्रों में:
- सरकारी सेकेंडरी स्कूल (लड़कियां) बुढलाडा
- सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (लड़के) बुढलाडा
- सरकारी सेकेंडरी स्कूल (लड़के) बरेटा
- सरकारी सेकेंडरी स्कूल (लड़कियां) बरेटा
- सरकारी सेकेंडरी स्कूल झुनीर
- सरकारी सेकेंडरी स्कूल भम्मे कलां
- सरकारी सेकेंडरी स्कूल (लड़कियां) सरदूलगढ़
- सरकारी सेकेंडरी स्कूल (लड़के) सरदूलगढ़
- सरकारी सेकेंडरी स्कूल (लड़कियां) मानसा
- सरकारी सेकेंडरी स्कूल (लड़के) मानसा
इन स्कूलों में सुबह 11:30 बजे से लेकर दोपहर 1:30 बजे तक परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। प्रशासन ने विद्यार्थियों से आग्रह किया है कि वे परीक्षा के दौरान पूरी तैयारी के साथ पहुंचे, जिससे परीक्षा में कोई भी समस्या न आए।
विद्यार्थियों को मिलेगा एक दिन का अवकाश
जिला मजिस्ट्रेट के निर्देश के अनुसार, 18 जनवरी को कक्षा 6 के विद्यार्थियों को स्कूल आने से छुट्टी दी जाएगी। हालांकि, इस दौरान स्कूल के सभी स्टाफ सदस्य अपनी ड्यूटी पर उपस्थित रहेंगे। यह निर्णय छात्रों के लिए बेहतर परीक्षा वातावरण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है। विद्यार्थियों को आराम मिलने से वे परीक्षा के दिन तनावमुक्त रह सकेंगे, जबकि स्कूल स्टाफ की उपस्थिति परीक्षा के सफल आयोजन को सुनिश्चित करेगी।
परीक्षा का उद्देश्य और लाभ
जवाहर नवोदय विद्यालय में कक्षा 6 के लिए आयोजित की जाने वाली इस प्रवेश परीक्षा का मुख्य उद्देश्य मेधावी छात्रों को बेहतर और उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करना है। जवाहर नवोदय विद्यालय एक प्रमुख शैक्षिक संस्थान है, जो ग्रामीण और पिछड़े इलाकों के बच्चों को समर्पित रूप से शिक्षा देने के लिए प्रसिद्ध है। यह परीक्षा छात्रों के लिए एक बेहतरीन प्लेटफार्म है, जहां उन्हें सरकारी स्कूलों में उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रवेश परीक्षा पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से आयोजित की जाए ताकि छात्रों को एक निष्पक्ष और उच्च स्तर की प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़े।
अभिभावकों और विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी
जिला प्रशासन ने अभिभावकों से यह अनुरोध किया है कि वे बच्चों को परीक्षा केंद्र पर जाने से पहले सभी आवश्यक दस्तावेज जैसे प्रवेश पत्र और स्टेशनरी सामग्री साथ लाने को सुनिश्चित करें। यह कदम छात्रों को परीक्षा के दौरान कोई परेशानी न होने के लिए उठाया गया है। साथ ही, सभी अभिभावकों को सलाह दी गई है कि वे परीक्षा केंद्र पर बच्चों को समय से पहले भेजें ताकि विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्रों पर बिना किसी तनाव के पहुंचने का अवसर मिल सके। प्रशासन ने यह भी कहा है कि परीक्षा केंद्रों पर किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए विशेष सुरक्षा उपाय किए गए हैं।
परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और सुरक्षा
इस प्रवेश परीक्षा के आयोजन में प्रशासन ने पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित की है। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर अधिकारियों की तैनाती की गई है ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या धोखाधड़ी से बचा जा सके। इसके अलावा, परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है ताकि छात्रों और कर्मचारियों को सुरक्षित वातावरण मिले और परीक्षा की प्रक्रिया निर्बाध रूप से चल सके।
आगामी परीक्षा और तैयारी के टिप्स
यह प्रवेश परीक्षा छात्रों के लिए एक बड़ा अवसर है, और इसे लेकर विद्यार्थियों के बीच उत्साह है। विशेषज्ञों का कहना है कि छात्र-छात्राओं को इस परीक्षा के लिए सही तरीके से तैयारी करनी चाहिए, जिसमें मॉक टेस्ट, पिछले साल के प्रश्न पत्रों का अभ्यास और समय प्रबंधन की अच्छी समझ विकसित करना शामिल है। बच्चों को मानसिक रूप से तैयार रहने के लिए आराम और पर्याप्त नींद भी आवश्यक है। इस परीक्षा में सफलता पाने के बाद, विद्यार्थियों को एक नई दिशा और शैक्षिक अवसर मिल सकते हैं, जो उनके भविष्य को उज्जवल बना सकते हैं।