उत्तराखंड में सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिए सत्र 2025-26 का शैक्षणिक कैलेंडर जारी कर दिया गया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. एसबी जोशी ने इसकी घोषणा की। इस कैलेंडर में छात्रों के पढ़ाई और अवकाश का संतुलन ध्यान में रखते हुए 240 दिन पढ़ाई और 125 दिन की छुट्टियां तय की गई हैं। यह योजना छात्रों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देती है।
ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन अवकाश की समयावधि
इस कैलेंडर में ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन अवकाश स्कूलों के भौगोलिक क्षेत्रों और जलवायु के अनुसार निर्धारित किए गए हैं।
ग्रीष्मकालीन विद्यालयों में 27 मई से 30 जून तक 35 दिन का ग्रीष्मकालीन अवकाश और 1 जनवरी से 13 जनवरी तक 13 दिन का शीतकालीन अवकाश रहेगा।
वहीं, शीतकालीन विद्यालयों में 20 जून से 30 जून तक 11 दिन का ग्रीष्मकालीन अवकाश और 26 दिसंबर से 31 जनवरी 2026 तक 37 दिन का शीतकालीन अवकाश घोषित किया गया है।
छुट्टियों को निर्धारित करते समय बच्चों की पढ़ाई के साथ उनकी आराम की जरूरतों और मौसम की परिस्थितियों को ध्यान में रखा गया है।
कुल 125 दिन स्कूल रहेंगे बंद
शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार, सरकारी स्कूलों में कुल 125 दिन की छुट्टियां रहेंगी। इनमें रविवार, सार्वजनिक अवकाश, ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन अवकाश शामिल हैं।
इसके अलावा, प्रत्येक स्कूल के प्रधानाचार्य और जिलाधिकारी को तीन-तीन दिन के स्थानीय और विवेकाधीन अवकाश देने का अधिकार भी होगा।
40 सार्वजनिक अवकाश
नए कैलेंडर में कुल 40 सार्वजनिक अवकाश शामिल किए गए हैं, जो प्रमुख त्योहारों और राष्ट्रीय पर्वों के अवसर पर दिए जाएंगे।
इनमें गुरु गोविंद सिंह जयंती, गणतंत्र दिवस, होली, स्वतंत्रता दिवस, दीपावली, और क्रिसमस जैसे महत्वपूर्ण पर्वों पर अवकाश घोषित किए गए हैं।
इन छुट्टियों से छात्रों को न केवल त्योहारों का आनंद लेने का मौका मिलेगा, बल्कि वे अपने परिवार के साथ भी समय बिता सकेंगे।
पढ़ाई और अवकाश का संतुलन
नए शैक्षणिक कैलेंडर में 240 दिन पढ़ाई और 125 दिन छुट्टियों का प्रावधान छात्रों के शैक्षणिक और व्यक्तिगत विकास के लिए संतुलित योजना है।
240 दिन की पढ़ाई सुनिश्चित करेगी कि छात्र नियमित रूप से अपनी कक्षाओं में भाग लें और समय पर पाठ्यक्रम पूरा करें।
वहीं, 125 दिन की छुट्टियां छात्रों को मानसिक ताजगी और उत्साह बनाए रखने में मदद करेंगी।
शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए नई पहल
शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने और छात्रों की पढ़ाई को प्रोत्साहित करने के लिए जन कल्याण जन उत्थान सेवा ट्रस्ट ने एक अनूठी पहल की है।
इस पहल के तहत, जनवरी महीने में शशिबाला गंगवार पुस्तकालय की स्थापना की जाएगी।
इस पुस्तकालय का उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद बच्चों को पढ़ाई के लिए एक उचित वातावरण और संसाधन प्रदान करना है।
पुस्तकालय के लाभ
- छात्रों को अतिरिक्त अध्ययन सामग्री और शांत वातावरण मिलेगा।
- परीक्षा की तैयारी में सहूलियत होगी।
- शिक्षा के स्तर में सुधार होगा और छात्रों का प्रदर्शन बेहतर होगा।
नया कैलेंडर छात्रों के लिए कैसे फायदेमंद है?
नए शैक्षणिक कैलेंडर से छात्रों को पढ़ाई और छुट्टियों के बीच संतुलन बनाने का अवसर मिलेगा।
- नियमित कक्षाओं और समय पर सिलेबस पूरा होने से छात्रों को बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे।
- छुट्टियों के दौरान बच्चों को परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा।
- 240 दिन की पढ़ाई छात्रों को नियमित दिनचर्या अपनाने में मदद करेगी।